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मंगल महादशा किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल की सात साल की एक शक्तिशाली अवधि होती है। इस दौरान व्यक्ति हिम्मत, ऊँचे सपने, गुस्सा और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने जैसी परिस्थितियों से गुजरता है। आइए नीचे हिन्दी में मंगल महादशा (Mangal mahadasha in hindi) का महत्व जानते है।
मंगल की दशा व्यक्ति के जीवन में एक चुनौतीपूर्ण लेकिन बदलाव करने वाली अवधि हो सकती है। वास्तव में मंगल की दशा की मुख्य सीख यह है कि अपने अचानक लेने वाले फैसलों और भावनाओं पर काबू रखे।
मंगल महादशा के महत्व को नीचे विस्तार से समझा जा सकता है:
आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति यह तय करती है कि मंगल की दशा आपके जीवन में सफलता लाएगी या चुनौतियां। हालांकि नीचे हिन्दी में मंगल महादशा (Mangal mahadasha in hindi) के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव दिए गए हैं जिसे आप पढ़ सकते हैं।
जब कुंडली में मंगल की महादशा सकारात्मक या अच्छी स्थिति में होती है, तो यह व्यक्ति के जीवन और करियर में लाभ पहुंचाती है। मंगल की महादशा के सकारात्मक प्रभाव इस प्रकार होते हैं।
आइए अब मंगल की महादशा के नकारात्मक प्रभावों पर नज़र डालें। जब आपकी कुंडली में मंगल नकारात्मक स्थिति में हो तो यह अवधि चुनौतियां लेकर आती है।
मंगल की महादशा अंतर्दशा आपके जीवन की परिस्थितियों को और प्रभावित करती है। इसका प्रभाव प्रत्येक अंतर्दशा के स्वामी ग्रह के साथ मंगल के संबंध पर निर्भर करता है।
मंगल की महादशा-अंतर्दशा में व्यक्ति में आत्मविश्वास और अपने लक्ष्यों को पाने लिए जबरदस्त जोश आता है। इस समय लीडरशिप की क्षमता सबसे ज्यादा होती है। हालांकि मानसिक थकावट और मूत्र संबंधी समस्याओं की संभावना भी रहती है।
मंगल महादशा राहु अंतर्दशा उलझन, अशांत मन और कर्म संबंधी चुनौतियों का एक काल है। राहु पर मंगल का प्रभाव रिश्तों और करियर में संघर्ष का कारण बन सकता है लेकिन यह सफलता और कई अवसर की ओर भी ले जाता है। आइए नीचे मंगल की महादशा में केतु की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me ketu ki antardasha) को विस्तार से समझते हैं।
बृहस्पति की अंतर्दशा में मंगल की महादशा के प्रभाव से व्यक्ति आध्यात्मिक और तरक्की के लिए बड़े सपने देख सकते हैं। साथ ही विवाह और संतान प्राप्ति की योजना भी बन सकती है। सरकारी, शिक्षा और व्यावसायिक क्षेत्रों में लाभ होगा। आइए अब मंगल महादशा शनि अंतर्दशा (Mangal mahadasha shani antardasha) को समझते हैं।
मंगल महादशा शनि अंतर्दशा (Mangal mahadasha shani antardasha) के दौरान अपनों से अत्यधिक वफादारी की उम्मीद रखने से मन दुखी हो सकता है। हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। करियर में संघर्ष और कार्यस्थल तथा घर में झगड़ा संभव है।
मंगल की महादशा में बुध की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me budh ki antardasha) के दौरान, व्यक्ति अधिक बोलने वाला हो सकता है और व्यावसायिक लेन-देन में जोखिम उठा सकता है। इसलिए इस अवधि के शुरू होने से पहले एक अच्छा बचत खाता बनाए रखें। भाई-बहनों और सहकर्मियों के साथ तनावपूर्ण संबंध देखे जा सकते हैं।
मंगल की महादशा में केतु की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me ketu ki antardasha) के दौरान, केतु की ऊर्जा तेज हो सकती है, जिससे मोह और आध्यात्मिक विकास की इच्छा बढ़ सकती है। करियर में बदलाव और अपने रिश्तों को समझने की अचानक इच्छा हो सकती है।
मंगल महादशा शुक्र अंतर्दशा के दौरान व्यक्ति अधिक भावुक हो सकता है और रोमांस की तलाश कर सकता है। लेकिन वित्तीय और जमीन को लेकर साझेदारों के साथ विवाद हो सकता है। काम को लेकर बुराई हो सकती है ऐसे में धैर्य रखें क्योंकि आप दुखी हो सकते हैं।
यह मंगल महादशा का आखिरी चरण है और अन्य सभी अंतर्दशाओं में सीखे गए सभी सबक यहां काम आएंगे। इस समय आप कार्यस्थल और पर्सनल लाइफ में अच्छी समझ हासिल कर चुके होंगे। केवल सफलता और तारीफ ही आपका इंतज़ार कर रही है।
मंगल महादशा-चंद्र अंतर्दशा में व्यक्ति भावनात्मक रूप से समझदार और मजबूत इरादा रखने वाले होते हैं। माता का सहयोग बढ़ता है और भूमि संबंधी लाभ प्राप्त होते हैं। मंगल-चंद्र की युति शुभ लक्ष्मी योग भी बनाती है जिससे धन लाभ होता है। ऊपर हमने मंगल की महादशा में बुध की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me budh ki antardasha) के बारे में जाना अब नीचे मंगल महादशा के उपाय को जानते हैं।
यहां मंगल की महादशा के उपाय दिए गए हैं जो व्यक्ति को आगे बढ़ने के साथ-साथ चुनौतियों और नकारात्मक स्थितियों से निपटने में मदद कर सकते हैं।
मंगल की महादशा सात वर्षों की एक प्रचंड ऊर्जा से भरी अवधि लेकर आती है, जिसमें सशक्त और चुनौतीपूर्ण दोनों अवधि होते हैं। यह वृद्धि और विकास का एक महत्वपूर्ण काल है, विशेष रूप से व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता के संदर्भ में। हालांकि, यह आने वाली चुनौतियों के प्रति सचेत रहने और संघर्षों का सकारात्मक ढंग से संभालना सिखाता है।
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