मंगल महादशा क्या है?

मंगल महादशा किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल की सात साल की एक शक्तिशाली अवधि होती है। इस दौरान व्यक्ति हिम्मत, ऊँचे सपने, गुस्सा और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने जैसी परिस्थितियों से गुजरता है। आइए नीचे हिन्दी में मंगल महादशा (Mangal mahadasha in hindi) का महत्व जानते है।

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मंगल महादशा का महत्व

मंगल की दशा व्यक्ति के जीवन में एक चुनौतीपूर्ण लेकिन बदलाव करने वाली अवधि हो सकती है। वास्तव में मंगल की दशा की मुख्य सीख यह है कि अपने अचानक लेने वाले फैसलों और भावनाओं पर काबू रखे।

मंगल महादशा के महत्व को नीचे विस्तार से समझा जा सकता है:

  • मंगल महादशा मंगल ग्रह की ऊर्जा और गुणों पर प्रकाश डालती है - जो काम, हिम्मत, ऊर्जा और जोश का ग्रह है।
  • जब कोई व्यक्ति मंगल की महादशा (Mangal ki mahadasha) के प्रभाव में होता है तो उसे कार्य करने और नियंत्रण में रहने की तेज इच्छा महसूस हो सकती है।
  • ज्यादातर लोग अपने जीवनकाल में मंगल महादशा से गुजरते हैं, जिसमें अच्छी और बुरी दोनों तरह की ऊर्जा देखने को मिलती है।
  • मंगल की दशा के अंदर सभी नौ ग्रहों की अंतर्दशा आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में आपके व्यवहार को और ज्यादा प्रभावित करती है।
  • यह समय व्यक्तियों के लिए अपने लीडरशिप को विकसित करने, जोखिम उठाने तथा ऊर्जा और मजबूत इरादे के साथ अपने लक्ष्य का पीछा करने का है।
  • जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति के आधार पर बाधाएं और असफलताएं मौजूद हो सकती हैं, फिर भी व्यक्ति अपनी भावनाओं को काबू करना और अपनी ताकत को अच्छे कामों में लगाना सीखता है।

मंगल की महादशा के दौरान क्या होता है?

आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति यह तय करती है कि मंगल की दशा आपके जीवन में सफलता लाएगी या चुनौतियां। हालांकि नीचे हिन्दी में मंगल महादशा (Mangal mahadasha in hindi) के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव दिए गए हैं जिसे आप पढ़ सकते हैं।

सकारात्मक मंगल महादशा प्रभाव

जब कुंडली में मंगल की महादशा सकारात्मक या अच्छी स्थिति में होती है, तो यह व्यक्ति के जीवन और करियर में लाभ पहुंचाती है। मंगल की महादशा के सकारात्मक प्रभाव इस प्रकार होते हैं।

  • करियर और लीडरशिप: मंगल की दशा प्रतियोगिता वाले क्षेत्रों में बेहतरीन अवसर लेकर आती है। आप खेल, सेना, इंजीनियरिंग और व्यावसायिक लीडरशिप की भूमिका में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  • शारीरिक शक्ति और ऊर्जा: आपकी सहनशक्ति, एथलेटिक क्षमता और अन्य ताकतें काफ़ी बढ़ जाती हैं। बीमारियों से उबरने की गति तेज हो जाती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है।
  • व्यवसाय और संपत्ति: जमीन के सौदे, प्रॉपर्टी में निवेश और बिल्डिंग प्रोजेक्ट अच्छे फायदे देते हैं। खेती-बाड़ी और रियल एस्टेट का काम भी बढ़ता है।
  • हिम्मत और मजबूत इरादा: मानसिक शक्ति, निर्णय लेने की क्षमता और निडरता चरम पर होती है। आप आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना करते हैं।

नकारात्मक मंगल महादशा प्रभाव

आइए अब मंगल की महादशा के नकारात्मक प्रभावों पर नज़र डालें। जब आपकी कुंडली में मंगल नकारात्मक स्थिति में हो तो यह अवधि चुनौतियां लेकर आती है।

  • क्रोध और हिंसा: मंगल की दशा के दौरान व्यक्ति क्रोध, परेशान और अधीरता का उच्च स्तर दिखाता है, जिससे व्यक्तिगत और व्यावसायिक संघर्ष होता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: मंगल की महादशा (Mangal ki mahadasha) के दौरान व्यक्ति को रक्त संबंधी समस्याएं, सिर में चोट, कटने, जलने और सर्जरी संबंधी जटिलताएं हो सकती हैं।
  • आर्थिक परेशानियां: मंगल की दशा के दौरान आर्थिक नुकसान, कर्ज और धन से जुड़े कानूनी मामले सामने आ सकते हैं। इस समय जल्दबाजी में आकर गलत फैसले लेना शामिल है।
  • रिश्ते संबंधी समस्याएं: इस अवधि में गुस्सा, जल्दबाजी और अचानक फैसलों की वजह से अक्सर दूसरों के प्रति समझदारी और दया कम हो जाती है।
  • करियर में रुकावट: मंगल दशा के दौरान, व्यक्तियों को अपने करियर में रुकावटें, सहकर्मियों और बड़े अधिकारी के साथ संघर्ष और कार्यस्थल में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

मंगल महादशा-अंतर्दशा प्रभाव

मंगल की महादशा अंतर्दशा आपके जीवन की परिस्थितियों को और प्रभावित करती है। इसका प्रभाव प्रत्येक अंतर्दशा के स्वामी ग्रह के साथ मंगल के संबंध पर निर्भर करता है।

  1. मंगल महादशा मंगल अंतर्दशा

  • अवधि: 158 दिन (5 महीने 8 दिन)
  • संबंध: निष्पक्ष

मंगल की महादशा-अंतर्दशा में व्यक्ति में आत्मविश्वास और अपने लक्ष्यों को पाने लिए जबरदस्त जोश आता है। इस समय लीडरशिप की क्षमता सबसे ज्यादा होती है। हालांकि मानसिक थकावट और मूत्र संबंधी समस्याओं की संभावना भी रहती है।

  1. मंगल महादशा राहु अंतर्दशा

  • अवधि: 1 साल 18 दिन
  • संबंध: शत्रु

मंगल महादशा राहु अंतर्दशा उलझन, अशांत मन और कर्म संबंधी चुनौतियों का एक काल है। राहु पर मंगल का प्रभाव रिश्तों और करियर में संघर्ष का कारण बन सकता है लेकिन यह सफलता और कई अवसर की ओर भी ले जाता है। आइए नीचे मंगल की महादशा में केतु की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me ketu ki antardasha) को विस्तार से समझते हैं।

  1. मंगल महादशा बृहस्पति अंतर्दशा

  • अवधि:11 महीने 6 दिन
  • संबंध: दोस्ताना

बृहस्पति की अंतर्दशा में मंगल की महादशा के प्रभाव से व्यक्ति आध्यात्मिक और तरक्की के लिए बड़े सपने देख सकते हैं। साथ ही विवाह और संतान प्राप्ति की योजना भी बन सकती है। सरकारी, शिक्षा और व्यावसायिक क्षेत्रों में लाभ होगा। आइए अब मंगल महादशा शनि अंतर्दशा (Mangal mahadasha shani antardasha) को समझते हैं।

  1. मंगल महादशा शनि अंतर्दशा

  • अवधि: 1 साल 1 माह 9 दिन
  • संबंध: शत्रु

मंगल महादशा शनि अंतर्दशा (Mangal mahadasha shani antardasha) के दौरान अपनों से अत्यधिक वफादारी की उम्मीद रखने से मन दुखी हो सकता है। हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। करियर में संघर्ष और कार्यस्थल तथा घर में झगड़ा संभव है।

  1. मंगल महादशा बुध अंतर्दशा

  • अवधि: 11 महीने 27 दिन
  • संबंध: निष्पक्ष

मंगल की महादशा में बुध की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me budh ki antardasha) के दौरान, व्यक्ति अधिक बोलने वाला हो सकता है और व्यावसायिक लेन-देन में जोखिम उठा सकता है। इसलिए इस अवधि के शुरू होने से पहले एक अच्छा बचत खाता बनाए रखें। भाई-बहनों और सहकर्मियों के साथ तनावपूर्ण संबंध देखे जा सकते हैं।

  1. मंगल महादशा केतु अंतर्दशा

  • अवधि: 147 दिन (4 महीने और 27 दिन)
  • संबंध: निष्पक्ष

मंगल की महादशा में केतु की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me ketu ki antardasha) के दौरान, केतु की ऊर्जा तेज हो सकती है, जिससे मोह और आध्यात्मिक विकास की इच्छा बढ़ सकती है। करियर में बदलाव और अपने रिश्तों को समझने की अचानक इच्छा हो सकती है।

  1. मंगल की महादशा शुक्र की अंतर्दशा

  • अवधि:1 साल 2 महीने
  • संबंध: शत्रु

मंगल महादशा शुक्र अंतर्दशा के दौरान व्यक्ति अधिक भावुक हो सकता है और रोमांस की तलाश कर सकता है। लेकिन वित्तीय और जमीन को लेकर साझेदारों के साथ विवाद हो सकता है। काम को लेकर बुराई हो सकती है ऐसे में धैर्य रखें क्योंकि आप दुखी हो सकते हैं।

  1. मंगल महादशा सूर्य अंतर्दशा

  • अवधि: 4 महीने और 6 दिन
  • संबंध: दोस्ताना

यह मंगल महादशा का आखिरी चरण है और अन्य सभी अंतर्दशाओं में सीखे गए सभी सबक यहां काम आएंगे। इस समय आप कार्यस्थल और पर्सनल लाइफ में अच्छी समझ हासिल कर चुके होंगे। केवल सफलता और तारीफ ही आपका इंतज़ार कर रही है।

  1. मंगल की महादशा चन्द्रमा की अन्तर्दशा

  • अवधि: 7 महीने
  • संबंध: दोस्ताना

मंगल महादशा-चंद्र अंतर्दशा में व्यक्ति भावनात्मक रूप से समझदार और मजबूत इरादा रखने वाले होते हैं। माता का सहयोग बढ़ता है और भूमि संबंधी लाभ प्राप्त होते हैं। मंगल-चंद्र की युति शुभ लक्ष्मी योग भी बनाती है जिससे धन लाभ होता है। ऊपर हमने मंगल की महादशा में बुध की अंतर्दशा (Mangal ki mahadasha me budh ki antardasha) के बारे में जाना अब नीचे मंगल महादशा के उपाय को जानते हैं।

मंगल महादशा उपाय

यहां मंगल की महादशा के उपाय दिए गए हैं जो व्यक्ति को आगे बढ़ने के साथ-साथ चुनौतियों और नकारात्मक स्थितियों से निपटने में मदद कर सकते हैं।

  • अपनी जन्म कुंडली में मंगल को मजबूत करने के लिए उचित ज्योतिषीय परामर्श के बाद सही अंगूठी में लाल मूंगा रत्न पहने ।
  • मंगल की महादशा में बाधाओं का सामना करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें। हर मंगलवार हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल चढ़ाएं।
  • मंगल की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए मंगलवार को मसूर की दाल, गुड़, तांबे के बर्तन और लाल कपड़ा जैसी लाल रंग के खाने का सामान दान करें
  • मंगल ग्रह के बीज मंत्र - ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नम:’ (ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः) का रोजाना सुबह ध्यान में 108 बार जाप करें।
  • रोजाना व्यायाम, सही आहार, पूरी नींद, योग या ध्यान से मंगल महादशा के दौरान शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखा जा सकता है।
  • मंगल की महादशा के उपाय के मुताबिक, गायों को चारा खिलाएं, यदि संभव हो तो किसी धर्मार्थ ट्रस्ट को रक्तदान करें तथा मंगल महादशा के प्रभावी उपचार के लिए उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में जाएं

सारांश

मंगल की महादशा सात वर्षों की एक प्रचंड ऊर्जा से भरी अवधि लेकर आती है, जिसमें सशक्त और चुनौतीपूर्ण दोनों अवधि होते हैं। यह वृद्धि और विकास का एक महत्वपूर्ण काल है, विशेष रूप से व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता के संदर्भ में। हालांकि, यह आने वाली चुनौतियों के प्रति सचेत रहने और संघर्षों का सकारात्मक ढंग से संभालना सिखाता है।

नीचे क्लिक करें और अपनी कुंडली में अन्य दशाओं के प्रभावों का पता लगाएं:

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-

मंगल की महादशा 7 सालों की ग्रहीय अवधि है जो ऊर्जा, हिम्मत, बड़ी इच्छा और लीडरशिप के गुणों को दर्शाती है। यह आपकी जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति के आधार पर करियर में तरक्की, शारीरिक शक्ति और सफलता लाती है।
मंगल की महादशा के दौरान व्यक्ति ऊर्जा, बड़ी इच्छा और अपने इरादे को पूरा होने का अनुभव कर सकते हैं। हालांकि, यह क्रोध, संघर्ष और दुर्घटनाओं जैसी चुनौतियां भी ला सकती है। यह करियर, वित्त और रिश्तों में सकारात्मक बदलाव भी ला सकती है।
अपने कार्यों के प्रति सचेत रहकर, विवादों से बचकर और धैर्य का अभ्यास करके मंगल की महादशा की तैयारी की जा सकती है। इसके अलावा, मंगल को प्रसन्न करने के लिए अनुष्ठान करना जैसे मंगल मंत्रों का जाप और मंगल पूजा करना लाभकारी हो सकता है।
मंगल की महादशा के प्रभावी उपायों में मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना और मसूर और तांबे जैसी लाल वस्तुओं का दान करना शामिल है। शारीरिक व्यायाम करें, लाल मूंगा रत्न धारण करें और यदि संभव हो तो मंगलनाथ मंदिर में दर्शन करें जिससे आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे।
मंगल की महादशा खेल, सेना, इंजीनियरिंग और लीडरशिप की भूमिका जैसे करियर के लिए यह अच्छा समय है। इस अवधि के दौरान, रियल एस्टेट और कृषि जैसे व्यवसाय लाभदायक होते हैं।
बृहस्पति की अंतर्दशा विवाह के अवसर और तालमेल लाती है, जबकि शुक्र की अंतर्दशा कुछ उतार-चढ़ाव के साथ भावुक संबंध बनाती है। शनि और राहु की दशाएं दूरियां या संघर्ष का कारण बन सकती हैं, जिन्हें सावधानीपूर्वक संभालने की आवश्यकता होती है।

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